वीडियो: भारत में चुनाव चोरी? क्या राहुल गांधी झूठ बोल रहा है?

वीडियो: भारत में चुनाव चोरी? क्या राहुल गांधी झूठ बोल रहा है?
चुनाव धोखाधड़ी के आरोप: राहुल गांधी पर विशेषज्ञ की तीखी आलोचना, समाधान की कमी पर सवाल
By Rakesh Raman
New Delhi | August 7, 2025
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग (ECI) और भाजपा-मोदी सरकार पर चुनाव चोरी का आरोप लगाने के बाद एक यूट्यूब चैनल “आरएमएन यूट्यूब चैनल” पर अपलोड किए गए वीडियो “भारत में Election चोरी? क्या Rahul Gandhi झूठ बोल रहा है? || Rakesh Raman” में पत्रकार राकेश रमन ने राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की है। रमन ने गांधी के दावों को “झूठा, अस्पष्ट, निरर्थक और भ्रामक” बताया है, यह कहते हुए कि उनके पास इन आरोपों का कोई ठोस समाधान नहीं है।
वीडियो में बताया गया है कि राहुल गांधी कई दिनों से आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर चुनावों की चोरी कर रहा है। वह “100% प्रूफ” और “एटम बम” जैसे दावे करते हैं, लेकिन जब उनसे समाधान पूछा जाता है तो उनके पास कोई जवाब नहीं होता। पत्रकार राकेश रमन के अनुसार, राहुल गांधी एक “बहुत ही कमजोर और नाजुक” नेता हैं और “भारत ने आज तक ऐसा कमजोर विपक्षी नेता नहीं देखा” है। रमन का कहना है कि गांधी ठीक से हिंदी या अंग्रेजी में बात नहीं कर सकते और उनके पास कोई समाधान नहीं है।
राकेश रमन, जो एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पत्रकार हैं और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोकतंत्र और मानवाधिकार सुनिश्चित करने के लिए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करते हैं, ने कहा कि राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सामने ठीक से संवाद नहीं कर पाते और अपनी बात पूरी करने से पहले ही उन्हें बाधित कर देते हैं। उनका मानना है कि मोदी राहुल गांधी की बातों से अप्रभावित रहते हैं, क्योंकि एक कहावत के अनुसार “भौंकने वाले कुत्ते शायद ही कभी काटते हैं”।
रमन ने स्वीकार किया कि चुनाव में “हेरफेर” (धोखाधड़ी) होती है, यह पूरी दुनिया को पता है। उन्होंने अपनी पत्रिका “द अनरेस्ट” में चुनाव चोरी पर एक नवीनतम अंक प्रकाशित करने और ईवीएम से हेरफेर और उससे बचने के तरीकों पर एक माइक्रोसाइट बनाने का भी उल्लेख किया। उनके अनुसार, चुनाव चोरी ईवीएम, मतदाता सूचियों में हेरफेर (डुप्लीकेट मतदाता) और इलेक्टोरल बॉन्ड (रिश्वत के लिए) जैसे विभिन्न तरीकों से होती है। हालांकि, उन्होंने जोर दिया कि यह हेरफेर चयनात्मक रूप से कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में होती है जहां मोदी प्रधान मंत्री पद पर बने रहने के लिए जीतना चाहते हैं, जैसे कि यूपी, मध्य प्रदेश और कुछ हद तक राजस्थान। यह हर जगह, जैसे हिमाचल, पंजाब या तमिलनाडु में नहीं होती।
राकेश रमन ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत के 1 बिलियन (100 करोड़) मतदाताओं में से 80% (80 करोड़) मतदाता अशिक्षित हैं और उन्हें यह भी नहीं पता कि उनका वोट कौन डाल रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह प्रस्तुति, जिसमें उन्होंने कई आंकड़े और डुप्लीकेट मतदाताओं की बात की, झूठी है और इसका कोई समाधान नहीं है।
राकेश रमन ने कहा कि राहुल गांधी को सड़क पर उतरना चाहिए, सुप्रीम कोर्ट या चुनाव आयोग के बाहर स्थायी धरना देना चाहिए, या राष्ट्रव्यापी विरोध और नागरिक अवज्ञा आंदोलन का सहारा लेना चाहिए। उनके अनुसार, केवल एसी कमरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। उन्होंने राहुल गांधी को “सबसे कमजोर राजनेता” बताया, जिसकी वजह से भारत में ईमानदारी से चुनाव नहीं हो रहे हैं क्योंकि विपक्ष कमजोर है।
रमन ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी के साथ कांग्रेस पार्टी के अन्य तथाकथित नेता “बौद्धिक रूप से अक्षम” हैं, और भारत में कोई अन्य राजनीतिक विपक्षी दल मौजूद नहीं है। राज्य-स्तरीय दल केवल अपनी सत्ता बनाए रखने में रुचि रखते हैं। रमन ने कहा कि राहुल गांधी ने खुद को “पूरी तरह से चापलूसों” से घेर रखा है। अंत में, उन्होंने दर्शकों से राहुल गांधी के आज के भाषण पर विश्वास न करने का आग्रह किया, क्योंकि यह “कुछ भी हासिल नहीं करने वाला” है।
By Rakesh Raman, who is a national award-winning journalist and social activist. He is the founder of a humanitarian organization RMN Foundation which is working in diverse areas to help the disadvantaged and distressed people in the society.
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